लोक डाउन 3/ 12 मई 2020

12 मई 2020
 • सुप्रभात
 •  लोक डाउन लगभग 50 फीसदी हट गया है, कुछ फीसदी भी 17 मई के बाद आ जाएगा। कुछ प्रतिबंध हटा लिए गए हैं कुछ प्रतिबंध 17 मई के बाद हट जाएंगे।जहाँ बहुत खराब स्थिति है उन क्षेत्रों या राज्यों को छोड़कर शेष में  स्थिति सामान्य सी हो जाएगी। बंगाल ने कहा है कि लोक डाउन अभी बढ़ाया जाए, पंजाब, तेलंगाना और महाराष्ट्र भी यही ही सख्ती चाहते हैं। तमिलनाडु अभी रेल व हवाई सेवाएं शुरू करने के पक्ष में नहीं हैं। राजस्थान ने भी रेड जोन में पूरी पाबंदी का सुझाव दिया है कुल मिलाकर धीरे-धीरे ही सही संपूर्ण देश में लॉक डाउन खुल जाएगा।
 •  आज दोपहर 12:00 बजे तक पूरे विश्व में 4255942 कुल संक्रमित केस हो चुके हैं, 287332 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 1527496 लोग ठीक हो गए हैं।
अमेरिका में 1385834 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं, 81795 लोग अब तक मर चुके हैं तथा 262225 लोग ठीक हो गए हैं।
भारत में संक्रमित लोगों का आंकड़ा 70756 तक पहुँच गया है, 2206 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 22455 लोग ठीक हो गए हैं। 
महाराष्ट्र अभी भी सर्वाधिक चिंता का विषय बना हुआ है। 23401 संक्रमित केस अब तक हो चुके हैं तथा 868 लोगों की मौत हो चुकी है। 
उत्तर प्रदेश में अब तक संक्रमितों की कुल संख्या 3573 पहुँच गई है 80 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 1758 लोग स्वस्थ हो गए हैं। आगरा में सर्वाधिक 770 के पॉजिटिव पाए गए हैं। अलीगढ़ में अब तक 57 केस मिले जिनमें 3 की मृत्यु हो गई 22 लोग ठीक हो कर घर चले गए। हाथरस जिला अब तक बहुत शांत था लेकिन वहाँ भी धीरे-धीरे केस निकलने लगे हैं। कल ही एक परिवार के 10 लोग संक्रमित पाए गए हैं इन्हें मिलाकर अब तक 19 केस हो गए जिनमें चार ठीक हुए हैं। डर है कहीं हाथरस ग्रीन से रेड जोन में न चला जाए।
 •  अभी अभी सूचना मिली है कि आज रात 8:00 बजे प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संदेश देगे।
 •  लॉक डाउन में कई तरह की गतिविधियों को छूट दी गई है। इसके बाद भी सरकार कुछ कदम आगे बढ़ते हुए आज से रेल सेवाएं बहाल करने जा रही है। दिल्ली में पार्क खोले जा रहे हैं इससे यह सवाल उठ रहा है कि सरकार कहीं हर्ड इम्युनिटी के लिए तैयार तो नहीं कर रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों और महामारी से निपटने के लिए उपाय सुझाने वाले विद्वानों का एक वर्ग मानता है कि कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए देश के पास इकलौता हथियार हर्ड इम्युनिटी है। हार्ड इम्यूनिटी का हिंदी में अनुवाद सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता है वैसे हर्ड का शाब्दिक अनुवाद झुंड होता है। विशेषज्ञों के अनुसार यदि कोरोनावायरस को सीमित रूप से फैलने का मौका दिया जाए तो इससे सामाजिक स्तर पर कोविड-19 को लेकर एक रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी।
 •  कितनी विषमता है भारत में अलग-अलग राज्यों से श्रमिक, स्पेशल ट्रेनों से अपने-अपने घर वापस जा रहे हैं वहीं कुछ राज्य अपने मजदूरों को जाने नहीं दे रहे। तेलंगाना ने अपनी चावल मिलों के लिए बिहार पहुँच चुके 20000 मजदूर वापस मांगे हैं। 2 लाख श्रमिक यूपी में लौटे हैं। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी मजदूरों की वापसी हो गई है अब महानगरों में लगी हुई  फैक्ट्रियों और मिलों को उन श्रमिकों का मुँह ताकना पड़ेगा जिनकी परवाह उन्होंने संकट के समय नहीं की। दिल्ली में फैक्ट्री मालिकों ने मजदूरों का वेतन नहीं दिया, मकान मालिकों ने अपने मकान खाली करवा लिए। मजबूरन बुरे हालातों में सड़क के रास्ते या जैसे भी मुनासिब हुआ, अपने अपने  घर पहुँचे यह मजदूर क्या फिर से इधर रुख कर पाएंगे? यह बहुत असंभव लगता है। मजदूर किसी भी राज्य की रीढ़ होते हैं अगर हर राज्य अपने अपने मजदूर को रोजगार देने की व्यवस्था कर दे तो राज्य भी संपन्न होगा मजदूर भी खुश रहेगा तथा अन्य राज्यों पर आबादी का बोझ नहीं पड़ेगा।
 •  बायोरोलॉजिस्ट प्रोफेसर नागा सुरेश विरायू का कहना है की महामारी या वायरस के प्रसार का मौसम से कोई संबंध नहीं होता। हो सकता है इसका प्रसार धीमा हो जाए लेकिन खत्म हो जाए ऐसा बिल्कुल नहीं है। अगर प्रसार धीमा हो जाता है तो वायरस से लड़ने की तैयारी करने का समय और मिल सकता है।

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