गीत
याद तुम्हारी कर के जब भी मेरे नयन सजल हो बेठे;
मन हो गया भागीरथ जेसा आंसू गंगा जल हो बेठे.
जीवन तो एक समझौता है
पल में हँसना पल में रोना,
एक तरफ़ फूलों से शादी
एक तरफ़ काँटों से गौना,
शायद कोई शिव मिल जाए सोच के यही गरल हो बेठे;
[शेष संकलन में]
मन हो गया भागीरथ जेसा आंसू गंगा जल हो बेठे.
जीवन तो एक समझौता है
पल में हँसना पल में रोना,
एक तरफ़ फूलों से शादी
एक तरफ़ काँटों से गौना,
शायद कोई शिव मिल जाए सोच के यही गरल हो बेठे;
[शेष संकलन में]
Comments
बहुत सुंदर ,आप के गीतों का तो जवाब ही नहीं,
शायद कोई शिव मिल जाए सोच के यही गरल हो बेठे;
वाह!
http://www.ismatzaidi.blogspot.com/
कभी यहं भी तशरीफ़ लाइए ,शुक्रिया