लोक डाउन 3/ 13 मई 2020

13 मई 2020
 • सुप्रभात।
 •  कल कल रात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी  राष्ट्र के नाम संदेश में भारत की जनता कहीं इस काल में तनावग्रस्त और अवसाद ग्रस्त ना हो जाए इसलिए भारत वासियों के आत्मबल के लिए लगभग 40 मिनट बोले। व्यवसाय का रुका हुआ पहिया पुनः दौड़ने लगे इसलिए 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देने की घोषणा की। इशारों इशारों में यह भी बता दिया कि भारत को सोने की चिड़िया बनाना है तो स्वदेशी चीजों की खरीद तथा उनका प्रयोग आरंभ कर दें। हमारी आत्मनिर्भरता के पांच स्तंभ होंगे।
1- अर्थव्यवस्था जो उत्तर उत्तर नहीं क्वांटम उछाल लाए
2- आधारभूत ढांचा जो आधुनिक भारत की पहचान बने 
3- हमारी व्यवस्था 
4- जनसांख्यिकी 
5- मांग
 •  आज दोपहर 12:00 बजे तक का कोरोना मीटर देखें तो पूरे विश्व में 4342355 लोग कुल संक्रमित पाए जा चुके हैं, 292893 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा 1602443 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
अमेरिका में 1408636 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं, अब तक 83425 लोगों की मौत हो गई है तथा 296746 लोग ठीक हो गए हैं।
भारत में अब तक 74281 संक्रमित पाए जा चुके हैं, 2415 लोगों की मृत्यु हो गई है तथा दो 24386 लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।
महाराष्ट्र में कुल संक्रमितों की संख्या 24427 पहुँच गयी है, 921 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में कुल 3664 संक्रमितों की संख्या है, 82 लोगों की मौत हो गई है तथा 1860 लोग हो गए हैं। आगरा में 794 संक्रमितों की संख्या पहुँच गई है और 24 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
 •  चीन की रैपिड जांच किट के फेल होने के बाद अब दक्षिण कोरिया की कंपनी की भी किट विफल हो गई है। इनसे कई पॉजिटिव मरीजों की जांच भी नेगेटिव आई। इसके बाद हरियाणा सरकार ने इन पर रोक लगा दी।
 •  लॉक डाउन के चलते डेढ़ महीने से भी ज्यादा समय से घरों में बैठे बच्चों पर पढ़ाई और परीक्षाओं को लेकर किसी भी तरह का तनाव हावी न हो इसके लिए एनसीईआरटी ने एक बड़ी पहल की है इसके तहत देशभर में करीब 300 अनुभवी काउंसलरों की एक टीम तैनात की गई है जो बच्चों को इस दौर में पैदा होने वाले सभी तनावों से निकालने का रास्ता सुझाएगी, साथ ही यह भी बताएगी कि वह क्या करें जिससे उन पर इस तरह का कोई तनाव हावी न हो सके। फिलहाल छात्रों के लिए ये सुविधा मुफ्त है। खास बात यह है कि इनमें ऐसे काउंसलर रखे गए हैं जो हिंदी अंग्रेजी के साथ गुजराती, उर्दू, राजस्थानी, मैथिली, उड़िया, पंजाबी, तमिल, असमिया और बंगाली जैसी भाषाओं को भी जानते हैं।
 •  कोरोना काल में संघर्ष कर रहे लोगों की जिंदगी के साथ कहानियां जुड़ती ही जा रही हैं। फरीदाबाद से वापस अपने जिला हरदोई जाने वाले सुलेमान की पत्नी ने सिकंदराराऊ के अस्पताल में एक पुत्र को जन्म दिया। माता पिता ने नगर सिकंदराराऊ के नाम पर ही अपने बेटे का नाम सिकंदर रख दिया। सिकंदराराऊ एटा रोड पर एक ढाबे पर हुई प्रसव पीड़ा के बाद एक सूचना पर एंबुलेंस से अस्पताल पहुँचाया गया। प्रसव के बाद स्थानीय पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए उसे ₹5500 दिए तथा उसे घर तक जाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की

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