लोक डाउन 3/15 मई 2020

15 मई 2020
 • सुप्रभात।
 •  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दूसरे दिन 3.1 6 लाख करोड रुपए की कुल 9 योजनाओं का ऐलान किया और कहा किसान मजदूर सब के संकट दूर हो जाएंगे। लेकिन मुझे भी इस हिंदुस्तान में साँस लेते हुए 60 वर्ष हो गए, देश जब से आजाद हुआ है तब से अधिकांश योजना किसानों मजदूरों के लिए ही बनाई जाती रही हैं लेकिन आज तक वह जहाँ थे आज भी वहीं हैं।मजदूर सड़कों पर भटकता है कभी रोजी-रोटी की तलाश में कभी अपने घर जाने की लालसा में अगर दृश्य देख लें  तो पत्थर दिल इंसानों के दिल  हूक भर कर रोने लगें। आखिर कब ऐसी योजनाएं बनेंगी जो जमीन पर भी साकार हो जाएं । संजय निरुपम ने भी अपने ट्वीट में लिखा है - एक माँ अपने बच्चे को सूटकेस लिटाकर कर उसे खींचते हुए आगे जा रही है, हम किसी भी राज्य के हों, किसी भी पार्टी के सत्ता में हों। सत्ता में हों या विपक्ष में। यदि देश के गरीबों की यह दुर्दशा देखकर हमारा कलेजा नहीं फटता तो हम मनुष्य कहलाने के लायक नहीं हैं। रोज घोषणाएं होती हैं पर प्रवासी मजदूरों का संघर्ष 50 दिनों से अनवरत जारी है।
 आज कोरोना मीटर के हिसाब से दोपहर 12:00 बजे तक पूरे विश्व में 4526850 लोग संक्रमित हो चुके हैं 303405 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा 1704268 लोग स्वास्थ्य लाभ कर चुके हैं। 
अमेरिका में कुल मरीज 1457593 हो चुके हैं 86912 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा 318027 लोग स्वस्थ हो गए हैं। 
भारत में संक्रमित केसों की कुल संख्या 82103 हो गई है, 2649 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा 27977 लोग ठीक हो गए हैं। महाराष्ट्र में अब तक 27524 संक्रमित पाए जा चुके हैं, 1019 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में कुल श
संक्रमितों की संख्या 3902 पहुँच गई है, 88 लोग मर चुके हैं तथा 2072 लोग ठीक हो गए हैं। आगरा में कुल केस 785 तथा 24 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। अलीगढ़ में 67 केस पाए जा चुके हैं 24 ठीक हो गए हैं तथा 3 लोग मर चुके हैं  यहां तो 8 माह का बच्चा भी संक्रमित पाया गया है। हाथरस में अब तक 19 केस मिल चुके हैं जिनमें पाँच ठीक हो गए हैं।
जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है संक्रमितों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती जा रही है, लेकिन अभी मृत्यु दर बहुत कम है।
पहला मरीज मिलने के 100 दिन बाद भारत-चीन के बराबर होने जा रहा है।
 •  मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली की वरिष्ठ महामारी विशेषज्ञ डॉ. अतुल कुमार बताते हैं कि चीन के लिए संक्रमण नया नहीं है न चीन एकमात्र ऐसा देश है जिसने संक्रमण को कंटेनमेंट के बाद रैपिड जांच, रिसर्च, वैक्सीन ट्रायल इत्यादि शुरू कर दिए। भारत नेऐसी महामारी का संकट पहले कभी नहीं देखा है बावजूद इसके देश ने अब तक जो किया है वह अब तक का सबसे बेहतर परफॉर्मेंस है हालांकि जांच को गति मिलने में थोड़ा वक्त जरूर लगा लेकिन अब यह तेजी से बढ़ रही है
 •  कहा जाता है कि मन के हारे हार है मन के जीते जीत। कोरोना के खिलाफ भी ऐसा ही है। दुनिया भर के विशेषज्ञ मानते हैं कि कोई भी बीमारी तब तक हावी रहती है जब तक उसका खौफ रहता है। रॉयल कॉलेज ऑफ सजर्स  डबलिन की डॉ सुसेन मोरे बताती हैं कि बिना किसी महामारी के भी उस बीमारी का खौफ पैदा हो जाता है जैसा इबोला को लेकर इंग्लैंड में पैदा हो गया था। ऐसे ही इसका उल्टा भी हो सकता है हमें कुछ इंतजार करना होगा खौफ खत्म होने तक ही कोई बीमारी महामारी होती है
 •  चिकित्सा इतिहासकार बताते हैं यह बहुत पुख्ता रूप से संभव है कि चिकित्सा विज्ञान की दृष्टि से नहीं, सामाजिक दृष्टि से ही कोरोना महामारी का अंत होगा। संभव है कोरोना संक्रमण फैलता रहे तमाम मरीज जान भी गवाएं मगर लोग लोक डाउन के प्रतिबंधों और शारीरिक दूरी के नियम से ऊब जाएंगे। इस बात के पुख्ता सबूत मिल रहे हैं कि लोग बेचैन हो रहे हैं। येल यूनिवर्सिटी की चिकित्सा इतिहासकार नाओमी रोजर्स कहती हैं कि लोग मानसिक रूप से ऊब चुके हैं और परेशान हैं यह अब कभी भी हो सकता है कि आम लोग कहने लगे कि बहुत हो चुका हमें अपनी सामान दिनचर्या में लौटना है यही महामारी का अंत होगा।
 • लॉक डाउन में ढील मिलने के बाद लापरवाही न करें-
हाथ धोना ना भूलें क्योंकि वायरस यहीं से अपना शिकार बना सकता है, 
ध्यान रहे जूतों में भी वायरस चिपक सकता है इसलिए काम से वापस लौटने के बाद जूते को अलग रखें हो सके तो उसके सोल को डिसइनफेक्ट में डुबोने के बाद ही पहनें। छोटे बच्चों को जूतों से दूर रखें। 
मास्क का प्रयोग करें,
ऑफिस में खाना शेयर ना करें, घर से बना खाना ही लेकर जाएं बाहर का खाना और पैक्ड फूड खाने से जितना बचेंगे उतना बेहतर होगा।

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