लोक डाउन-3/ 4 मई 2020

4 मई 2020
 • सुप्रभात।
 •  आज से लोक डाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया। इसमें धर्मस्थल पहले की तरह बंद रहेंगे, स्कूल कॉलेज भी बंद रहेंगे। रेड जोन को छोड़ कर कुछ पावंदियो के साथ औद्योगिक व्यावसायिक, गतिविधियां आज से शुरू हो जाएंगी। शराब की दुकानें खुलने की छूट हो गई है।अनेक प्रान्तों में शराब की दुकानों पर बहुत लंबी लंबी लाइनें लगी हुई टीवी पर दिखाई जा रही है जा रही हैं। अनुमान लगाया जा सकता है कि शराब के बिना लोग कितने परेशान थे।
 •  आज सुबह 11:00 का विश्व कोरोना मीटर देखें तो पता चलेगा कि पूरे विश्व में  कोरोना पॉजिटिव के कुल केस 3566330 हो गए हैं, 248286 लोगों की मृत्यु हो गई है तथा 1154072 लोग ठीक हो गए हैं।
भारत में 42670 कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं, 1395 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा 11755 लोग ठीक हो गए हैं। भारत में महाराष्ट्र की सर्वाधिक संख्या 12974 हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में कुल संक्रमित केस 2695 हो चुके हैं, 43 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 754 लोग स्वस्थ हो गए हैं। आगरा में अब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 596 हो चुकी है।
 •  कल रात को हाथरस शहर को छोड़कर उसमें आने वाली सभी तहसीलों और कस्बों को ग्रीन जोन का दर्जा दे दिया गया है। इसलिए शासनादेश के अनुसार आज प्रातः 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक सभी दुकाने खुल रही हैं। इस अच्छी खबर से हाथरस जिले के समस्त निवासियों और व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक आ गई है।
 •  आज पूरे दिन पूरे देश में सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ गई, चाहे वह गुजरात में हो या आसाम में, दिल्ली में हो या उत्तर प्रदेश में। ये करिश्मा सभी जगह शराब के क्रेताओं ने किया।ग़ाज़ियाबाद में तो जिलाधिकारी ने अपने आदेश को निरस्त कर तुरंत सारी दुकानें बंद करवा दी। ऐसा ही कुछ दिल्ली में भी देखने को मिला। गुजरात के सूरत शहर में मजदूरों ने पुलिस पर ही धावा बोल दिया, फिर भीड़ नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आँसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। हमारे देश के नागरिकों को समझना पड़ेगा वरना पूरा देश बड़ी मुसीबत में पड़ जाएगा। मजदूरों को ट्रेन द्वारा भेजा जा रहा है। सभी लोग एक साथ नहीं जा सकते इतना सब्र किया है तो थोड़ा और सब्र कर लीजिये। इसी प्रकार शराब खरीदने वालों को धैर्य का परिचय देना चाहिए अब तो रोज़ दुकानें खुलेगी, अगर आज नहीं मिली तो कल मिल जाएगी अगर इसी तरह करते रहेंगे जो छूट सरकार दे रही है फिर से बंद कर देगी और हमें फिर से घरों में बंद हो जाना पड़ेगा। इसी प्रकार अगर सरकार भी थोड़ा सब्र कर लेती तो शायद स्थिति संभल सकती थी।
एक टिप्पणी--
शराब की खुली दुकानों का हाल देखकर लग रहा है कि सरकार थोड़ी और तैयारी करके चार्ज लेकर होम डिलीवरी का इंतजाम करवाने पर ध्यान देती तो कई लोगों को रोजगार भी मिल जाता और लॉक डाउन की धज्जियां भी ना उड़ती।
--वेद प्रकाश
एक मजेदार टिप्पणी और देखें--
45 दिन शराब न पी कर जनता ने बता दिया कि वह बिना शराब के जिंदा रह सकती है लेकिन ठेके खोलकर सरकार ने बता दिया कि शराब के बिना सरकार मर जाएगी
--अज्ञात

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